मिल्की वे :
यह तारों का ऐसा समूह है जो अपने ही गुरुत्वाकर्षण बल के कारण एक दूसरे से परस्पर बंधे हुए हैं।
विशेषताएं :
● ये सर्पिलाकार / तश्तरीनुमा होते है ।
● इसका व्यास लगभग 1,00,000 प्रकाश वर्ष है ।
● ये अपने केंद्र पर वामावर्त ( Clockwise )दिशा में घूर्णन करते हैं ।
● सभी तारे आकाशगंगा के केंद्र के चारों ओर चक्कर लगाते हैं।
● इसके केंद्र से सूर्य की दूरी लगभग 27000 प्रकाश वर्ष है।
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