Thursday, June 11, 2020

परमाणु विद्युत ( Atomic Electricity )

◆परमाणु विद्युत वर्तमान वैज्ञानिक युग की देन है।
◆ यह यूरेनियम, थोरियम, बेरिलियम, जीरकोनियम तथा रेडियम जैसे रेडियोधर्मी तत्व के विखंडन तथा विश्लेषण से प्राप्त की जाती है।
◆ एक परीक्षण से पता चला कि 1 किलोग्राम यूरेनियम के विश्लेषण से इतनी विद्युत प्राप्त हो सकती है जितनी 25 लाख किलोग्राम कोयला जलाकर उत्पन्न की जाती है।

भारत में परमाणु खनिजों का वितरण -

◆ परमाणु विद्युत के लिए सबसे महत्वपूर्ण खनिज यूरेनियम है।
◆ भारत में इसका का खनन झारखंड के सिंहभूम जिले में स्थित जादूगुड़ा स्थान पर किया जाता है।
◆ मध्यवर्ती राजस्थान की चट्टानों में भी यूरेनियम के भंडार हैं।
◆ केरल तथा तमिलनाडु के तटीय भागों में पाई जाने वाली मोनाजाइट नामक बालू से भी यूरेनियम मिलता है। यहां मोनाजाइट रेत में 10% थोरियम ऑक्साइड तथा 0.3% यूरेनियम ऑक्साइड मिलता है।
◆ हाल ही में झारखंड में रांची के पठार पर मोनोजाइट के विशाल भंडारों की खोज की गई है।
◆ केरल के पर्वतीय चट्टानों में 4% यूरेनियम ऑक्साइड मिलता है।
◆थोरियम के भण्डार केरल तथा झारखंड में मिलते हैं। यहां की ग्रेनाइट चट्टानों मे लगभग 10% थोरियम का अंश होता है।
◆ भारत में लगभग 3.6 लाख टन थोरियम के भण्डार है।
◆ जो विश्व में सर्वाधिक हैं।
◆ इससें इतनी विद्युत प्राप्त हो सकती है जितनी 60अरब टन कोयले को जलाने से प्राप्त होती है।
◆ बेरिलियम के उत्पादन में भारत विश्व में अग्रणी है यहां लगभग 1000 टन बेरिलियम प्रतिवर्ष पैदा किया जाता है। जो आंध्र प्रदेश, झारखंड तथा राजस्थान में मिलता है।
◆ जिरकोनियम के भंडारों की दृष्टि से केरल अग्रणीय राज्य है।
◆ यहां पर लगभग 50 लाख टन जिरकोनियम के भंडार हैं।

भारत में परमाणु विद्युत का विकास -

◆ भारत में परमाणु ऊर्जा का विकास का श्रेय डॉक्टर होमी जहांगीर भाभा को जाता है।
◆ उनके प्रयत्नों के परिणामस्वरुप मुंबई के निकट ट्राम्बे में आणविक शक्ति प्रतिष्ठान के अंतर्गत पहला अनुसंधान 1955 में तैयार हुआ।
◆ इस समय विश्व के 16 देश परमाणु विद्युत पर उत्पादन कर रहे है।
◆ जिनमें भारत भी एक था एक है।

भारत के परमाणु विद्युत गृह -

तारापुर 【महाराष्ट्र】-
● यह देश का पहला परमाणु विद्युत गृह।
● जो अमेरिका की सहायता से स्थापित किया गया।
● 1969 से कार्य कर रहा है।
● इसकी उत्पादन क्षमता 420 मेगावाट है।

राजस्थान परमाणु विद्युत गृह -
● भारत का दूसरा परमाणु विद्युत गृह है।
● जो राजस्थान में कोटा के निकट राणा प्रताप सागर के पास रावतभाटा में बनाया गया।
● यह कनाडा के सहयोग से बनाया गया।
●अगस्त 1972 से कार्य कर रहा है।
● कुल उत्पादन क्षमता 220 मेगावाट।

कलपक्कम विद्युत परमाणु विद्युत गृह -
● यह तमिलनाडु के चेन्नई में कलपक्कम नामक स्थान पर स्थित है।
● इसकी उत्पादन क्षमता 470 मेगावाट है।

नरौरा परमाणु विद्युत गृह 【उतरप्रदेश】-
● इसकी उत्पादन क्षमता 470 मेगावाट है।

काकरापारा परमाणु गृह -
● यह गुजरात में स्थित है।
● 1992 से कार्यरत है।

             

                                           स्त्रोत:- डी०आर०खुल्लर

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