Wednesday, June 10, 2020

मानव के आर्थिक क्रियाकलाप




◆ मानव द्वारा अपनी मूलभूत आवश्यकताओं/जीवन निर्वाह  तथा आय अर्जन के उद्देश्य से किए जाने वाले क्रियाकलाप आर्थिक क्रिया कहलाते हैं।
◆ इन आर्थिक गतिविधियों को पांच भागों में बांटा गया है -
प्राथमिक कार्य
◆ आदिमानव व आधुनिक मानव द्वारा प्रकृति से प्राप्त संसाधनों के प्रत्यक्ष दोहन से संबंधित आर्थिक गतिविधियां प्राथमिक आर्थिक क्रियाएं कहलाती है।
◆ इन्हें प्राथमिक क्रियाऐं इसलिए कहा जाता है क्योंकि समस्त क्रियाओं से संबंधित उत्पादन चक्र की यह प्रारंभिक अवस्था होती है।
◆ आदिम समाज अथवा अविकसित देशों में अधिकांश जनसंख्या प्राथमिक कार्य में संलग्न रहती है।
◆ विकसित होते हुए राष्ट्र में यह श्रम शक्ति गैर प्राथमिक कार्यों की ओर स्थानांतरित होती जाती है।
◆ इसके अंतर्गत निम्न क्रियाओं को सम्मिलित करते हैं -
■ शिकार करना
■ मछली पकड़ना
■ कृषि
■ पशुपालन
■ लकड़ी काटना

◆ प्रसिद्ध भूगोलवेत्ता जीन ब्रून्स द्वारा खनन प्रक्रिया को लुटेरी अर्थव्यवस्था कहा गया है।
शिकार- वर्तमान में शिकार दुर्गम पारिस्थितिकी क्षेत्रों में निवासित जनजातियों द्वारा किया जा रहा है। जैसे विषुवत रेखीय घने वन क्षेत्र, ध्रुवीय प्रदेशों में ( एस्किमों, तुंगस, इनयुत, चुकसी ), मरुस्थलीय क्षेत्र (बुशमैन, हाटनटोट)।

लंबरजैक - कनाडा की में ट्रांस हुमैंस प्रकार की प्रवृत्ति रखने वाला एक विशेष प्रकार का समुदाय जो कि मुख्यतः कनाडा के कोणधारी वनों में लकड़ी काटने का कार्य करता है।
◆ बसंत काल में यह लोग कनाडा के प्रेयरीज भागों में आकर कृषि कार्य करते हैं।

◆ इन कोणधारी वनों से प्राप्त लकड़ी का कागज उद्योग में भरपूर उपयोग होता है।
◆ अमेरिकी संस्कृति के आधार पर इस प्रकार के व्यवसाय में संलग्न लोगों को रेड कॉलर वर्कर्स कहा जाता है।


द्वितीयक व्यवसाय -
◆ प्राथमिक कार्यों से प्राप्त वस्तुओं को कच्चे माल के रूप में उपयोग कर जब नवीन उत्पाद का निर्माण किया जाता है तो वह द्वितीयक प्रकार की क्रियाएं कहलाती हैं।
◆ इस कच्चे माल के उपयोग द्वारा अन्य मूल्यवान उपयोगी वस्तु में निर्मित किया जाता है इसलिए द्वितीयक प्रकार के व्यवसायों में विशेष निर्माण कार्यों को शामिल किया जाता है।
◆ इसके अंतर्गत निम्नलिखित सम्मिलित हैं -
●विनिर्माण उद्योग
● सड़क निर्माण 
● गृह निर्माण 
● भवन निर्माण 

◆ द्वितीयक वर्ग में संलग्न श्रमिकों को ब्लू कॉलर वर्कर्स कहा जाता है।
◆ 1930 के पश्चात अमेरिका में यह शब्दावली प्रयुक्त की गई।

तृतीयक व्यवसाय -
◆ इसके अंतर्गत सेवाओं को शामिल किया जाता है।
◆ यह वे आर्थिक क्रियाएं होती है जिनका उत्पादन से प्रत्यक्ष संबंध नहीं होता हैं।
◆ इन आर्थिक क्रियाओं के द्वारा उपभोक्ता व उत्पादन के मध्य कड़ी स्थापित की जाती है।
◆ इसके अंतर्गत - स्वास्थ्य सेवाएं, वाणिज्य, व्यापार, परिवहन, संचार, वित्तीय संस्थाएं, शिक्षा, सेवाएं आदि को सम्मिलित किया जाता है।
◆ विकसित देशों में अधिकांश श्रम तृतीयक प्रकार की सेवाओं से संबंधित होता है।
◆ इस प्रकार की आर्थिक क्रियाओं में संलग्न लोगों को पिंक कॉलर वर्कर्स कहा जाता है। 
◆ अर्थशास्त्र के अनुसार  प्राथमिक व द्वितीयक कार्यों के अतिरिक्त समस्त आर्थिक क्रियाएं तृतीयक मानी जाती है।

चतुर्थक व्यवसाय -
◆ अत्याधुनिक विकसित राष्ट्रों में उच्च तकनीकी सुविधाओं जैसे विज्ञान, कला, साहित्य, सूचना प्रौद्योगिकी, शोधन, रिसर्च, विकसित प्रशासनिक सेवाएं, उच्चतम शिक्षा आदि को चतुर्थक व्यवसाय में शामिल करते हैं।
◆ इस कार्य में संलग्न लोगों को व्हाइट कॉलर वर्कर्स कहलाते हैं।

पंचम व्यवसाय -
◆ अत्यंत विकसित राष्ट्रों में आर्थिक व्यवसाय का यह पृथक वर्ग माना जाता है।
◆ इसके अंतर्गत ऐसे लोगों को शामिल किया जाता है जो कि सार्वजनिक व निजी उद्योगों में विधि व वित्तीय सलाहकार, उच्च प्रबंधक या उच्च एडवोकेट के कार्यों को संपादित करते हैं।
◆ यह समाज का उच्च वेतन भोगी या उत्तम पारिश्रमिक प्राप्त करने वाला वर्ग होता हैं।
◆ इस श्रेणी के लोगों को गोल्ड कॉलर वर्कर्स कहा जाता हैं।

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